सीमा राजपूत "परी"
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Sunday, 16 September 2012
न उसकी कैद अच्छी ,
न उसकी रिहाई अच्छी है "परी" ।
कैद में दम खुटता है,
और रिहाई में दम निकलता है।।
सीमा राजपूत "परी"
१५ सितम्बर २०१२
1 comment:
राजेंद्र अवस्थी.
17 September 2012 at 9:35 am
वाह बहुत खूब....प्रेम कैद ऐसी ही होती है।
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वाह बहुत खूब....प्रेम कैद ऐसी ही होती है।
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