Pages

Thursday, 24 November 2011

*देखूं जो आइना तो उनका चेहरा नज़र आता है ,
उनको ये शिकायत है कि हम हर चेहरे पे मरते हैं |
कौन समझाए उस संगदिल को ,कोई तो जाकर बतादो ,
हमको तो हर चेहरे में उनका चेहरा नज़र आता है ||सीमा के. राजपूत

No comments:

Post a Comment