सीमा राजपूत "परी"
Pages
2012
2011
Thursday, 9 February 2012
*जब सब-कुछ था पास '
नींद ही नहीं आती थी |
अब नींद आ जाती है '
कुछ बाकी ना रहा खोने को ||सीमा राजपूत
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Comments (Atom)